tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post510499553042918433..comments2024-03-26T07:35:57.615-04:00Comments on सरोकार: फोनबुक से वार्तालापअरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-84133477252036605042021-05-02T02:34:56.815-04:002021-05-02T02:34:56.815-04:00बहुत बहुत धन्यवाद सर। बहुत दिनों बाद मेरे ब्लॉग पर...बहुत बहुत धन्यवाद सर। बहुत दिनों बाद मेरे ब्लॉग पर आए। अच्छा लगा। काश सबके जीवन में पुराने से सुकून भरे दिन लौट आएं। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-86898071056743438522021-05-02T02:21:20.569-04:002021-05-02T02:21:20.569-04:00ऐसा वार्तालाप हमेशा चलता रहता है मेरे भीतर... कभी ...ऐसा वार्तालाप हमेशा चलता रहता है मेरे भीतर... कभी कभी यह इतने तीव्र स्वर में होता है कि मेरे परिजन भी चौंक जाते हैं... किंतु आज की स्थिति में आपकी इस रचना ने यह सीख तो दी ही है कि जब दिन अच्छे हों तो अपने फ़ोनबुक में सहेजे गये लोगों के कॉनटैक्ट में रहें... और अंत में अपनी बात जो इस कविता से मन में उपजी कि कंधे कम नहीं पड़ने चाहिये!<br />बहुत ही सटीक, सामयिक और चिंतन करने योग्य रचना!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-59146401205085819292021-05-01T20:44:43.325-04:002021-05-01T20:44:43.325-04:00धन्यवाद संगीता जीधन्यवाद संगीता जीअरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-42376691753680311932021-05-01T20:43:45.345-04:002021-05-01T20:43:45.345-04:00धन्यवाद सुशील जी।धन्यवाद सुशील जी।अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-85043073178357506102021-05-01T13:36:02.586-04:002021-05-01T13:36:02.586-04:00ये काल लहुड से भी मिलवा रहा । अपने अच्छा बुरे व्यव...ये काल लहुड से भी मिलवा रहा । अपने अच्छा बुरे व्यवहार पर भी सोच उभर रही ।। बढ़िया रहा वार्तालाप ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-57809574390983771542021-05-01T11:30:11.637-04:002021-05-01T11:30:11.637-04:00मन की बात मन की बात सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com