tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post14026140111678485..comments2024-03-26T07:35:57.615-04:00Comments on सरोकार: २१ वी सदी में प्यार का इजहारअरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-73645687807386369412010-09-08T07:39:52.060-04:002010-09-08T07:39:52.060-04:00.....बहुत खूब, लाजबाब !.....बहुत खूब, लाजबाब !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-10239299690038259892010-09-08T07:39:19.716-04:002010-09-08T07:39:19.716-04:00वाह जी वाह
वाह जी वाह
वाह जी वाह
वाह जी वाह
वाह ज...वाह जी वाह<br />वाह जी वाह<br />वाह जी वाह<br />वाह जी वाह <br />वाह जी वाहसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-89369807272290982122010-09-05T02:26:17.686-04:002010-09-05T02:26:17.686-04:00अच्छी लगी ये कविता. एंटी वायरस लगाया क्या ??? एंटी...अच्छी लगी ये कविता. एंटी वायरस लगाया क्या ??? एंटी वायरस बुलया क्या???? मैं हूँ ना !!!!ये कविता मेरे विचारों से बहुत मेल खाती है और मेरी कविता "दूजा ब्याह" की याद दिलाती हैरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-73275382213687282142010-09-04T02:47:23.486-04:002010-09-04T02:47:23.486-04:00वाह जी वाह ………………आधुनिक प्रेम को अच्छा लपेटा है शब...वाह जी वाह ………………आधुनिक प्रेम को अच्छा लपेटा है शब्दो के जाल मे…………………बस ये प्रेम एक बार कही वायरस का शिकार नही होना चाहिये नही तो हमेशा के लिये टा टा बाय बाय कर जायेगा।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-39062800800518678572010-09-04T02:13:05.264-04:002010-09-04T02:13:05.264-04:00आधुनिक युग की आधुनिक भाषा में आधुनिक प्रेम का आधुन...आधुनिक युग की आधुनिक भाषा में आधुनिक प्रेम का आधुनिक इज़हार ...प्रवीण जी की बात साक्षात् हो रही है ..:):)संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-51596557914003356472010-09-04T01:19:08.067-04:002010-09-04T01:19:08.067-04:00अब लैपटॉप पर मुझे आपकी कविता दिखायी पड़ रही है।अब लैपटॉप पर मुझे आपकी कविता दिखायी पड़ रही है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-39121310707992665462010-09-04T00:36:08.250-04:002010-09-04T00:36:08.250-04:00ए़क बार जो
कैप्स लाक कर लिया
तुम्हे
मैंने अपने दिल...ए़क बार जो<br />कैप्स लाक कर लिया<br />तुम्हे<br />मैंने अपने दिल में<br />नहीं काम करता कोई<br />बैक स्पेस !!!!!!!!!!!!!!<br />:):):):):)सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-13788584585023886012010-09-03T23:55:12.936-04:002010-09-03T23:55:12.936-04:00सरलता और सहजता का अद्भुत सम्मिश्रण बरबस मन को आकृष...सरलता और सहजता का अद्भुत सम्मिश्रण बरबस मन को आकृष्ट करता है । चूंकि कविता अनुभव पर आधारित है, इसलिए इसमें अद्भुत ताजगी है ।<br /><br /><b> हिन्दी, भाषा के रूप में एक सामाजिक संस्था है, संस्कृति के रूप में सामाजिक प्रतीक और साहित्य के रूप में एक जातीय परंपरा है। </b><br /><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/09/6.html" rel="nofollow"> स्वच्छंदतावाद और काव्य प्रयोजन , राजभाषा हिन्दी पर, पधारें</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-28457876084390162422010-09-03T22:59:45.495-04:002010-09-03T22:59:45.495-04:00प्रिय भाई,
आपने छोटी कविताओं में हिन्दी-अंग्रजी ...प्रिय भाई,<br />आपने छोटी कविताओं में हिन्दी-अंग्रजी शब्दों का इस्तमाल करके भी भाव जगत को बनाए रखा है | भाषा कोइ भी हो, कविता की पहली शर्त उसके भाव को, संवेदनाओं को जगाने का कार्य होना चाहिए | जो आपने किया है, मगर अभी भी थोडा अच्छा कार्य करें, ऐसी शुभकामना के साथ....Pankaj Trivedihttps://www.blogger.com/profile/17669667206713826191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-88932202966926833642010-09-03T22:43:08.966-04:002010-09-03T22:43:08.966-04:00hahaha mazaa aa gayahahaha mazaa aa gayaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-46580808990495063472010-09-03T22:31:57.793-04:002010-09-03T22:31:57.793-04:00आधुनिक कविता.आधुनिक कविता.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-60660161876295230472010-09-03T21:57:01.744-04:002010-09-03T21:57:01.744-04:00बेहतरीन लेखन के बधाई
पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता...<i><b> <br />बेहतरीन लेखन के बधाई<br /><br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/09/4_04.html" rel="nofollow">पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर-पधारें</a> </b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-5329134953456287872010-09-03T13:46:52.629-04:002010-09-03T13:46:52.629-04:00रोचक ।रोचक ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-41402652987051680472010-09-03T13:43:06.621-04:002010-09-03T13:43:06.621-04:00bahut hi sundar rachana !aapko badhayibahut hi sundar rachana !aapko badhayiप्रज्ञा पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/03650185899194059577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-82939456672316945342010-09-03T13:24:00.644-04:002010-09-03T13:24:00.644-04:00आपकी प्रस्तुति का जवाब नहीं!<a href="#" rel="nofollow"> आपकी प्रस्तुति का जवाब नहीं!</a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com