tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post3404332619524998875..comments2024-03-26T07:35:57.615-04:00Comments on सरोकार: "कालाहांडी सिंड्रोम"अरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-19503562412863927572016-09-04T05:27:03.122-04:002016-09-04T05:27:03.122-04:00झकझोकरती है दिल को अंदर तक पर संवेदनाये मर चुकी है...झकझोकरती है दिल को अंदर तक पर संवेदनाये मर चुकी है सब की संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-76918018452072874642016-08-31T08:06:59.851-04:002016-08-31T08:06:59.851-04:00ये डिजिटल युग है जहाँ संवेदना का कोई स्थान कहाँ ? ...ये डिजिटल युग है जहाँ संवेदना का कोई स्थान कहाँ ? Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-23298893892828951912016-08-28T13:21:47.799-04:002016-08-28T13:21:47.799-04:00धन्यवाद शास्त्री जी। धन्यवाद शास्त्री जी। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-2676562043863725712016-08-28T13:20:38.337-04:002016-08-28T13:20:38.337-04:00बहुत धन्यवाद दिगंबर जी। बहुत धन्यवाद दिगंबर जी। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-18722720837581499432016-08-28T13:18:57.508-04:002016-08-28T13:18:57.508-04:00ठीक कह रहे हैं सुअहील जी। ठीक कह रहे हैं सुअहील जी। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-27777881869564873652016-08-28T13:16:46.666-04:002016-08-28T13:16:46.666-04:00बहुत दिन बाद आये। अच्छा लगा। बहुत दिन बाद आये। अच्छा लगा। अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-11125644496672244252016-08-28T08:22:26.256-04:002016-08-28T08:22:26.256-04:00झकझोड़ जाती है इस पोस्ट की सच्चाई ... इमानदारी ही प...झकझोड़ जाती है इस पोस्ट की सच्चाई ... इमानदारी ही पूरी इस पोस्ट में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-83858823689405066272016-08-28T00:36:56.474-04:002016-08-28T00:36:56.474-04:00अपने आस पास के नंगे सच को छोड़ सब लगे हैं झूठ को ढू...अपने आस पास के नंगे सच को छोड़ सब लगे हैं झूठ को ढूँड कर अलंकृत करने में कहाँ आँखे खोलनी हैं कहाँ बंद करनी है इसी में गीता का सार है । छोटी छोटी बाते हैं । ओलंपिक में मात्र दो मेडल इसके पीछे भी यही सोच है । दीमक हर जगह मौज कर रही है । क्या क्या कहा जाये । आप चिंघाड़ते रहिये सच को । सटीक लिखा है । सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-21116842540696371032016-08-27T05:57:00.904-04:002016-08-27T05:57:00.904-04:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (28-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (28-08-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "माता का आराधन" (चर्चा अंक-2448) </a> पर भी होगी। <br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-88199531207740421462016-08-27T03:21:25.404-04:002016-08-27T03:21:25.404-04:00भीतर तक झकझोकरती पोस्ट । इस घटना ने सबको आइना दिखा...भीतर तक झकझोकरती पोस्ट । इस घटना ने सबको आइना दिखा दिया है अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com