tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post4432124434257230752..comments2024-03-26T07:35:57.615-04:00Comments on सरोकार: कलवर्ट अरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-67101949234542301072014-09-03T07:24:26.136-04:002014-09-03T07:24:26.136-04:00सूने हैं सब कलवर्ट आज ... हमारी, आपकी बात भी तो जो...सूने हैं सब कलवर्ट आज ... हमारी, आपकी बात भी तो जोह रहे हैं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-11979854134085887912014-09-03T01:07:06.674-04:002014-09-03T01:07:06.674-04:00पानी बहने की दिशा ही बदली तो कलवर्ट का सूनापन बढ़ता...पानी बहने की दिशा ही बदली तो कलवर्ट का सूनापन बढ़ता ही। लौटें पंछी डालों की ओर तो कुछ उम्मीद बची रहे !<br />कैसी उदासी है कविता में !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-17701257449708566112014-09-02T11:42:49.085-04:002014-09-02T11:42:49.085-04:00बहुत सुन्दर।
पानी ही नहीं तो कलवर्ट काया करेगी।बहुत सुन्दर।<br />पानी ही नहीं तो कलवर्ट काया करेगी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-38260011321591370092014-09-02T11:08:48.571-04:002014-09-02T11:08:48.571-04:00'कलवर्ट' अब हर जगह सूने ही हैं । लेकिन उनक... 'कलवर्ट' अब हर जगह सूने ही हैं । लेकिन उनके गुलज़ार होने की उम्मीद भी अभी पूरी तरह खत्म नही हुई । होनी भी नही चाहिये ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-65597396974378067662014-09-02T10:15:00.508-04:002014-09-02T10:15:00.508-04:00अपनी व्यस्तताओं में उलझा रहा मैं और आपकी सक्रियता ...अपनी व्यस्तताओं में उलझा रहा मैं और आपकी सक्रियता देखकर प्रसन्नता हुई.. आशा है आपके घर-परिवार और मन के कलवर्ट के नीचे बहता हुआ अवसाद दूर निकल गया होगा और वे रसायन के सूत्र आज रसायन-चिकित्सा के रूप में आरोग्य प्रदान कर रहे होंगे...!!<br /><br />मेरे मन का कलवर्ट भी सूना था जब सुना था वह व्यथित करने वाला समाचार. चाहकर भी उस कलवर्ट पर नहीं जा सका, यह सोचकर कि अगर आपसे मिलना हो भी गया तो क्या मैं बात करने का सामर्थ्य भी जुटा पाउँगा! मेरी पत्नी भी दु:खी थीं! <br />आपकी वापसी और कविता का बहता सोता यूँ ही सदा स्वच्छ सलिल प्रवाह सा गतिमान रहे, यही आशीष है!! चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-88210546752939074322014-09-02T09:12:32.896-04:002014-09-02T09:12:32.896-04:00बहुत गहरी बात कह गए आप इस कविता में आज ...!!बहुत गहरी बात कह गए आप इस कविता में आज ...!!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-33927314888304232762014-09-02T08:56:36.685-04:002014-09-02T08:56:36.685-04:00बेहतरीन ।बेहतरीन ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8519507250460617939.post-55007111525581752932014-09-02T08:06:44.923-04:002014-09-02T08:06:44.923-04:00वाह.... बेहतरीन रचना वाह.... बेहतरीन रचना डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com