शुक्रवार, 9 जुलाई 2021

सत्ता का पहिया

 जनता 

देती है अपना मत 

जनता 

चुनती है अपना प्रतिनिधि 

प्रतिनिधि फिर 

बन जाते हैं मंत्री 

मंत्री को मिलती है 

गाड़ी, बंगला, भत्ता 

मंत्री के फैसलों का लाभ 

जनता को मिले न मिले 

कंपनियों को जरूर मिलता है। 

बदले में कंपनियां मंत्री को 

देती हैं चंदा 

जिस चंदे हैं वे लड़ते हैं चुनाव 

जिसमें जनता देती है मत। 

सत्ता का यह पहिया 

गति में है जबकि ठहरी हुई है 

जनता । 






  





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