कनेर - III
साथ जो
समय के साथ
गहरे होते जाएँ
वही प्रेम है
प्रेम को निभाए बिना
नहीं जा सकता है उसे
जिया !
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में रविवार 6 जुलाई 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
प्रेम करना सरल लेकिन निभाना कठिन,,जो निभा ले वहीं सच्चा प्रेम है,,, बहुत बढ़िया,,
सुन्दर पंक्तियाँ
सुन्दर
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में रविवार 6 जुलाई 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंप्रेम करना सरल लेकिन निभाना कठिन,,जो निभा ले वहीं सच्चा प्रेम है,,, बहुत बढ़िया,,
जवाब देंहटाएंसुन्दर पंक्तियाँ
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