१.
प्रेम से
होता है पराजित
विज्ञान
अर्थशास्त्र भी
२.
प्रेम
गढ़ता है
नया
भूगोल
३.
प्रेम
देता है
जन्म
नए विषयों को
जो समुच्चय होता है
दर्शन शास्त्र और
मनोविज्ञान का
४.
प्रेम से
उत्त्प्रेरक है
जबकि रासायनिक नहीं है
इसका चरित्र
५.
प्रेम पर
लिखी गई हैं
अनगिनत ऋचाएं
फिर भी
हर कविता लगती है
नई सी
प्रेम
जवाब देंहटाएंदेता है
जन्म
नए विषयों को
जो समुच्चय होता है
दर्शन शास्त्र और
मनोविज्ञान का
प्रेम को अभिव्यक्त करते यह शब्द प्रेम की महिमा को सुन्दरता से सप्रेषित करते हैं ..हर शब्द गहरे अर्थ सामने लाता है .....!
प्रेम
जवाब देंहटाएंगढ़ता है
नया
भूगोल
..बिलकुल सटीक...सच्चाई बयां की है
बेहतरीन क्षणिकाएं
प्रेम पर बहुत सुन्दर क्षणिकायें।
जवाब देंहटाएंprem budha nahi hota ,hamesha naye patton ki komalta liye hota hai
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबहुत पहले कबीर वाणी में पढा था
उठा बगुला प्रेम का ,तिनका उडा आकाश
तिनका तिनके से मिला,तिनका तिनके पास.
आप की खूबसूरत अभिव्यक्ति के लिए दिल से आभार.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा, अरुण भाई.
'हनुमान लीला भाग-२' पर आपका इंतजार है.
प्रेम पर
जवाब देंहटाएंलिखी गई हैं
अनगिनत ऋचाएं
फिर भी
हर कविता लगती है
नई सी.. bahut sundar..
प्रेम पर
जवाब देंहटाएंलिखी गई हैं
अनगिनत ऋचाएं
फिर भी
हर कविता लगती है
नई सी
....बिलकुल सच कहा है...सुंदर क्षणिकाएं
sargarbhit rochak kshanikayen sundar hain
जवाब देंहटाएंप्रेम पर
जवाब देंहटाएंलिखी गई हैं
अनगिनत ऋचाएं
फिर भी
हर कविता लगती है
नई सी
बिलकुल सही बात है
prem per likhi gayi shandaar chadikayein...anand aa gaya..
जवाब देंहटाएंप्रेम पर
लिखी गई हैं
अनगिनत ऋचाएं
फिर भी
हर कविता लगती है
नई सी
lajabab...sadar badhayee aaur apni nayi post par amantran ke sath
प्रेम गणित नहीं,
जवाब देंहटाएंयहां दो और दो पांच और
एक और एक ग्यारह भी होता है
ऐतिहासिक तो हो सकता है
पर इतिहास नहीं
वाह ये तो प्रेम की एक नई परिभाषा ही गढ दी । बहुत खूब बहुत शानदार
जवाब देंहटाएंप्रेम से
जवाब देंहटाएंउत्त्प्रेरक है
जबकि रासायनिक नहीं है
इसका चरित्र ..............BEST & UNIQUE.
:-)
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढि़या प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंकल 28/12/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है, कौन कब आता है और कब जाता है ...
धन्यवाद!
'प्रेम' तो बस प्रेम है
जवाब देंहटाएंवाह ..
जवाब देंहटाएंबढ़िया वैज्ञानिक अभिव्यक्ति :-)
अच्छी रही क्षणिकाएं|
जवाब देंहटाएंप्रेम की सभी बातें नयी लगती हैं ... पाँचों में प्रेम ही प्रखर है ...
जवाब देंहटाएंवैसे प्रेम तो हर बात में प्रखर ही होता है ...
बहुत ही बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंसादर
प्रेम का तिलिस्म अनसुलझा है अब तक।
जवाब देंहटाएंprem par bahut sahi or sacchi bat kahi hai apne...
जवाब देंहटाएंbahut khub...