माँ के लिए
दिवाली आ जाता है
हफ्ता भर पहले ही
घर के कोने कोने तक
पहुच जाती है माँ
जहाँ होती है
चूहों का बसेरा
सीलन
अँधेरा
माँ दिवाली कर आती है
घर के अँधेरे कोनो में
सबसे आखिर में
माँ निकलती है
अपनी सबसे पुरानी पन्नी
जिसमे कई गत्तो के नीचे
पड़ी होती है
कुछ पुरानी कढाई,
कुछ जंग लगी सुइयां
कुछ अधूरे चित्र
जिन्हें इस बरस पूरा करने को सोचती है
यह सिलसिला
दशको पुराना है
होती हैं
इन्ही गत्तों के बीच
कुछ सपने
जिन्हें माँ छोड़ आई होती हैं
जिंदगी के किसी मोड़ पर
दिवाली पर
उन सीलन भरे सपनो को भी
धूप और दीया दिखाती है
माँ के लिए
दिवाली का मतलब
कुछ सपनो को
फिर से अँधेरे गत्तो के बीच सहेज कर
रख देना होता है
और फिर रोशन करना होता है
घर, आँगन, चूल्हा, चौका, छत।
माँ के जीवन का तिमिर
किसी दीप से नहीं गया
सदियों से
(दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं )
जिन्हें इस बरस पूरा करने को सोचती है
जवाब देंहटाएंयह सिलसिला
दशको पुराना है
बहुत मर्मस्पर्शी रचना ..... दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
बहुत गहन खूबसूरत प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंदीपावली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ,,,,
RECENT POST:....आई दिवाली,,,100 वीं पोस्ट,
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जवाब देंहटाएंमाँ के जीवन का तिमिर
किसी दीप से नहीं गया
सदियों से
मां ... हर कोने को प्रकाशवान करती है इसी अंधेरे मार्ग में प्रवेश कर ...
दीप पर्व की अनंत शुभकामनाएं
Diwali mubarak ho!
जवाब देंहटाएंWao touching…
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंदीप पर्व की आपको व आपके परिवार को ढेरों शुभकामनायें
मन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओ
बहुत सुंदर.....आपको भी दीपावली की बहुत शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएं--
दीवाली का पर्व है, सबको बाँटों प्यार।
आतिशबाजी का नहीं, ये पावन त्यौहार।।
लक्ष्मी और गणेश के, साथ शारदा होय।
उनका दुनिया में कभी, बाल न बाँका होय।
--
आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति. आप को भी दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएँ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...मंगलमय हो दीपों का त्यौहार... आपको व आपके समस्त परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें......
जवाब देंहटाएंकाम बड़े, आयी रे दीवाली...सुन्दर कविता..
जवाब देंहटाएंमाँ की सारी योजनायें हर दीवाली पर फिर-फिर पुनर्जीवित हो उठती हैं -पूरी कभी न हो सकें वह बात अलग है!
जवाब देंहटाएंबहुत सराहनीय प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर बात कही है इन पंक्तियों में. दिल को छू गयी. आभार !
बेह्तरीन अभिव्यक्ति .बहुत अद्भुत अहसास.सुन्दर प्रस्तुति.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये आपको और आपके समस्त पारिवारिक जनो को !
मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..
दीपावली के अवसर पर माँ के अधूरे काम
जवाब देंहटाएंमाँ को फिर याद आ जाते है...जो कभी पुरे नहीं हो पाते,,,
भावपूर्ण रचना...
hmmm.. true
जवाब देंहटाएंये अधूरे रह गये चित्र ,माँ के अधूरे और हमारे अनदेखे सपने से लगते हैं .....
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह गूढ़ ... बहुत ही प्रभावी ...
जवाब देंहटाएंनई दिशा की ओर ले जाती रचना ...