१,
आटा
थोडा गीला
फिर भी गीली
तुम्हारी हंसी
२.
फिर भी गीली
तुम्हारी हंसी
२.
मैं
तुम
बच्चे ,
गीले बिस्तर की गंध
कितनी सुगंध
३.
न कभी
गुलाब
न कोई
गीत
फिर भी जीवन में
कितना संगीत
४.
सूखी रोटी
नून
और तेरा साथ ,
आह ! कितना स्वाद
५.
तीज
त्यौहार पर
तेरा उपवास
गरीबी को छुपाने का
अदभुत प्रयास