रेलवे स्टेशन से
उठकर फेंक दिया गया है उसे
मेट्रो रेल की पार्किंग से
निकल फेंका गया है वह
उससे खतरा है देश को
लुटियन जोन में
कोठियों के पीछे से
मंदिर के प्रांगणो से
फेंक दिए गए हैं
उधर से भी फेंक दिए गए हैं
जिधर से गुजरेंगे
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री , मंतरी
समय रहते कहकर कि
महामहिम को खतरा है
वे जो रहते हैं
फ्लाईओवरों या
अण्डरपासो के नीचे
मंदिर, स्टेशन पर
सड़क, हाइवे है
जिनका घर
मालूम नहीं अखबारों में छपने वाली स्कीमें
उनको मालूम भी हैं कि नहीं
या उन सकीमों में है
उनके लिए जरा सी जगह
जो हैं देश की सुरक्षा के लिए तथाकथित चुनौती
मालूम नहीं
क्या कभी सोचते होंगे
कहाँ है उनका देश
समझ नही आता कहने तो बात बात में सरकार इन लोगो के लिए पक्का मकान देने की बात करती ह, उत्तर परदेस में हर जिले में काशीराम आवासीय योजना के तहत फ्लैट बनवाए गए, खाली पड़े हैं !
जवाब देंहटाएंसशक्त प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंसशक्त कविता .
जवाब देंहटाएंवाह !
जवाब देंहटाएंगहरी ... क्षोभ झलकता है जो वाजिब है ...
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