हम सब
हो रहे हैं तब्दील
क्लिक में
हम डाटा हैं
मापे जाते हैं
एमबी, जीबी और टीबी में
हम फुटफॉल है
हमारे आईबॉल्स गिनी जाती हैं
सीसीटीवी कैमरे द्वारा
हम हैं ट्रैफिक
हमारी आवाजाही
गिनी जाती हैं
क्लिक की दर पर
हम हो सकते हैं
उपलोड
हम किये जा सकते हैं
डाउनलोड
हमें बफरिंग से बचाने के लिए
किये जा रहे हैं
पूरे प्रयास
हम हो सकते हैं
उपलोड
हम किये जा सकते हैं
डाउनलोड
हमें बफरिंग से बचाने के लिए
किये जा रहे हैं
पूरे प्रयास
बाजार चाहता है
अधिक से अधिक डेटा
अधिक से अधिक ट्रैफिक
मिलियन में क्लिक्स
और बाज़ार के शब्दकोष में
नहीं है आदमी जैसा कोई शब्द
सहमत - हाँ शायद नहीं
जवाब देंहटाएंडीलिट ना हों बस यही कामना है :)
जवाब देंहटाएंसुंदर ।
बहुत खूब अरुन भाई, नए ज़माने की नई शब्दावली में गढ़ी गई लाज़वाब कविता है। बधाई।
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