उदास है आसमान
क्योंकि नदी के पानी में
फ़ैल गया है जहर
यह जहर धर्म का हो सकता है
हो सकता है यह राजनीति का
और हो सकता है विश्वासघात का
जिसे पीकर चिड़ियों के पंख
हो रहे हैं कमजोर
यह जहर पैदा करता है भ्रम
निर्णय की क्षमता होती जाती है
कमजोर शनैः शनैः
चिड़ियों को आभास भी नहीं होता
कमजोर पंखों से चिड़ियाँ
कहाँ छू पाती हैं आसमान
आसमान रहता है उदास
चिड़ियों के बिना
जैसे उदास रहता है
मरे हुए बेटों के बूढ़े माँ बाप के घर का दालान
उदास है आसमान !