उन्ही उँगलियों से
बनती है मुट्ठी
जिसके भीतर कसा होता है
एक सरोकार
मुट्ठी के लिए
उँगलियों का होना उतना ही जरुरी है
जितना कि होना सरोकार का
और उनके एक होने का भी !
ए. के. रामानुजम की कविता "दी स्ट्राईडर्स" का अनुवाद - जलीय कीट बाकी सब कुछ छोडिये कुछ पतले पेट वाले बुलबुले सी पारदर्शी आँख...
सही बात !
उत्तर देंहटाएंऔर ये भी सही है कि आजकल कुछ चालाक लोगों के पास अपने सरोकार और दूसरों की मुट्ठी होने लगी है और वो राज कर रहे हैं :)
वाह ...बहुत खूब
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