कहने के लिए
नहीं होती केवल उपलब्धियां
कई बार अनकहा भी कहा जा सकता है किसी से
कई बार अँधेरे को अँधेरे से निकालने के लिए भी
दिखानी होती है उन्हें शब्दों की रौशनी
उपलब्धि के लिए दुनिया कम है
जो नहीं है लब्ध वही कहो प्रिये
उपलब्धियों के लिए रौशनी ही रौशनी
कैमरे की चमक दोस्तों की कतार
लाइक्स और शुभकामनयें
मुस्कुराते हुए खूबसूरत स्टीकर्स
और जो नहीं हो सका उपलब्ध
इस जीवन की जद्दोजहद में
उसके लिए है न मेरा साथ
कहने के लिए वे भी होती हैं
कहो न !