मंगलवार, 12 फ़रवरी 2019

जलीय कीट

ए. के. रामानुजम की कविता "दी स्ट्राईडर्स" का अनुवाद - जलीय कीट

बाकी सब कुछ छोडिये 

कुछ पतले पेट वाले 
बुलबुले सी पारदर्शी आँखों वाले जलीय कीट 
उन्हें देखिये, ध्यान से देखिये 

उन्हें देखिये कैसे वे सूखी नलिका जैसी टांगों से
भारहीन होकर
लहरों के सतह पर
करते  हैं अटखेलियाँ

नहीं . केवल ईश्वर ही
जल पर तैरने का चमत्कार नहीं करते.
ये जलीय कीट
प्रकाश के अजश्र धाराओं पर बैठ
अनंत आकाश में गहरे धंसा देते हैं
अपनी आँखे .


(नोट: स्ट्राईडर्स यूरोपीय जलीय कीड़े हैं जो साफ़ पानी पर रहते हैं .  इन्हें कई बार जीसस बग भी कहा जाता है क्योंकि ये  पानी के प्रबल से प्रबल प्रवाह को झेल लेते हैं.   ये पानी में डूबते नहीं. इनके पैरों के बनावट अनोखी होती है. इसी जीवटता को अंग्रेजी के भारतीय कवि ए. के. रामानुजम ने अपनी कविता में कहा है . अनुवाद की असफल कोशिश की है ,क्योंकि अभी इस कविता के मर्म तक नहीं पहुँच पाया हूँ . ) 

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