विश्व कविता दिवस पर पढिए मेकडोनियन कवि एको सोपोव की एक कविता का अंग्रेजी से हिन्दी में अनुवाद । यूनेस्को वर्ष 1999 से 21 मार्च को विश्व कविता दिवस मना रहा है । इस वर्ष यूनेस्को मेकडोनियन कवि की जन्म-शताब्दी भी मना रहा है ।
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-एको सोपोव
यदि नहीं है,आपके लिए पर्याप्त रोशनी
यदि नहीं है,आपके लिए पर्याप्त रोशनी
तो मुझे अपने साथ ले चलिए
कि हो जाऊंगा मैं रात, एक ऐसी रात जो जल जाए
लाने के लिए दिन ।
और यदि नहीं है आपके लिए पर्याप्त प्यार
तब भी मुझे अपने साथ ले चलिए
कि बन जाऊंगा मैं रात की आँखों की पुतलियाँ
लाने के लिए दिन ।
और यदि नहीं है आपके लिए पर्याप्त प्यार
तब भी मुझे अपने साथ ले चलिए
कि बन जाऊंगा मैं रात की आँखों की पुतलियाँ
ताकि आप देख सकें मेरी आँखों में
चमकते हुए सितारे ।
यदि आपसे कोई नफरत भी नहीं करता
तब तो जरूर ही मुझे अपने साथ ले चलिए
यदि आपसे कोई नफरत भी नहीं करता
तब तो जरूर ही मुझे अपने साथ ले चलिए
क्योंकि मेरे हृदय के तल में खदक रहा है नरक
अनंतकाल से अनंतकाल के लिए ।
किन्तु यदि नहीं हूँ, मैं ही आपके लिए पर्याप्त
किन्तु यदि नहीं हूँ, मैं ही आपके लिए पर्याप्त
फिर प्रश्न उठता है कि मैं हूँ ही क्यों ?
सिवाय इसके कि मैं आपको देखता रहूँगा
सिवाय इसके कि मैं आपको देखता रहूँगा
अनवरत एकटक
मिट जाने तक ।
(अनुवाद : अरुण चंद्र राय )
विश्व कविता दिवस पर वैश्विक कवियों को शुभकामनाएं |
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर ।
हटाएंयही तो ख़ुदा कहता है और करता है, वह हर जगह साथ जाने को तैयार है पर आदमी को उसकी ज़रूरत ही नहीं, फिर भी वह देखता रहता है अपलक
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अनीता जी । आपकी टिप्पणी से कविता को नया अर्थ मिला है ।
हटाएंबहुत बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आलोक जी ।
हटाएंधन्यवाद श्वेता जी ।
जवाब देंहटाएंलाजवाब सृजन
जवाब देंहटाएंवाह!!!
शुक्रिया सुधा जी ।
हटाएंवाह, बहुत मार्मिक कविता का सुन्दर अनुवाद। सचमुच किसी को
जवाब देंहटाएंभावनाओं का केन्द्र बनाकर जीना नगण्य हो जाने की तैयारी है।
शुक्रिया गिरिजा जी । बहुत दिनों बाद आप मेरे ब्लॉग पर आई हैं।
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