चीटियाँ
मर जाती हैं
कतार में चलते हुए
डूब जाती है
गौरैया
चोच में लिए तिनका
नदी की लहरो में फंस कर
गिलहरी
शिकार हो जाती है
बंदरों के झपट्टे के
कुचल कर मारा जाता है
बेनाम बूढा
किसी रेलवे स्टेशन पर
धक्का मुक्की में
और
हमारे चारोओर
बिछे हुए हैं
तमाम लैंडमाइंस
फरेब और धोखे के
और इसके चपेट में आने वाली
घटनाओ को कहा जाता है
आत्महत्या
हम मारे नहीं जाएंगे कभी !!!