मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

घरबंदी

1.

कितना कठिन है न
घरों में बंद रहना
जबकि स्त्रियां
कैद हैं घरों में
सीमाओं में
सभ्यताओं की अंधेरी गुफाओं में
न जाने कब से।

2.

जिनके पास
नहीं है अपना घर
जिनके सिर पर नहीं है
अपनी छत
कहां रहेंगे वे बंद
कब सोचा है किसी ने
गंभीरता से !

3.
घरबंदी में
आप ले रहे हैं कई
किस्म की चुनौतियां
विभिन्न मंचों पर
क्या कोई लेगा चुनौती
मिटाने को हर पेट की भूख
देने को हर हाथ को काम !

***


2 टिप्‍पणियां: