शनिवार, 24 फ़रवरी 2024

शहर का बसंत

 शहर का बसंत 

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इन दिनों शहर में आया हुआ है बसंत 

जहां वह गमले में खिल  रहा है

जबकि सड़कों के किनारे खड़े पेड़

या तो जा रहे हैं काटे या सुखाए। 

हां, सरकार की फाइलें

वृक्षारोपण के आंकड़ों से

 हो गई हैं मोटी। 


- अरुण चन्द्र रॉय

6 टिप्‍पणियां:

  1. क्या बात वाह्ह।
    कम शब्दों में गहन अभिव्यक्ति सर।
    सादर।
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    जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना मंगलवार २७ फरवरी २०२४ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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