सोमवार, 9 अक्तूबर 2023

जॉन फॉस की कवितायेँ

 वर्ष २०२३ के लिए साहित्य  के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन फ़ॉस की कविताओं का हिंदी अनुवाद 

(THE MOUNTAIN HOLDS ITS BREATH)

साँसें रोक कर खड़ा पहाड़  

 

उसने ली गहरी साँस

और फिर वहीँ टिक गया पहाड़

और पहाड़ वहीँ टिका रहा सदियों तक 

और इस तरह पहाड़ बचाए रहा अपना अस्तित्व

 

और उसकी जड़ें नीचे धसती रहीं

गहरी और बहुत गहरी

स्वयं में लिपटी हुई

और थामें हुई अपनी साँसें

 

स्वर्ग और समुद्र

जब मचा रहे हाहाकार

रोके हुए हैं अपनी साँसें, पहाड़ . 

 

 

LIKE A BOAT IN THE FINE WIND

तूफ़ान में नाव की भांति

 

 

मैं और तुम

तुम और चाँद

तुम और हवा

तुम और ये झिलमिल सितारे

शायद

मिटटी में दबकर 

सड़ रही लाशों की

तमाम दुर्गंधों

के बीच

कई लोग, मेरी तरह

या उनकी तरह जो

दफ़न कर देते हैं अपनी

हतोत्साहित आशाएं

बिना किसी पीड़ा के.

 

हाँ! किसी तूफ़ान में नाव की भांति

मैं और तुम .

 

 

ONLY KNOW

जो केवल हम जानते हैं

 

गीत,

समुद्र का गीत

पहाड़ की चोटियों से निकलकर  

छा जाता है आसमान के वितान पर

 

नीले क्षितिज पर, गुनगुनाते हुए

साथ साथ हैं हम

और जहाँ हम नहीं कहते कुछ भी

एक दूसरे से 


और अनकहा,

जो केवल हम जानते हैं  !

 

 हिंदी अनुवाद : अरुण चन्द्र राय

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