रोशनी का अस्तित्व है
अंधेरे से
सुख का
दुख से
प्रेम का
घृणा से
बसंत का
पतझड़ से ।
कितना जरूरी है न
जीवन के किसी कोने में
अंधेरे का होना ।
होता ही है
कितना जरूरी है न जीवन के किसी कोने में अंधेरे का होना ।सुंदर रचनावंदन
सृष्टि का हर सकारात्मक या नकारात्मक भाव दूसरे से जुड़ा हुआ है।सुंदर अभिव्यक्ति सर।सादर।-----जी नमस्ते,आपकी लिखी रचना गुरुवार १६ जनवरी २०२५ के लिए साझा की गयी हैपांच लिंकों का आनंद पर...आप भी सादर आमंत्रित हैं।सादरधन्यवाद।
होता ही है
जवाब देंहटाएंकितना जरूरी है न
जवाब देंहटाएंजीवन के किसी कोने में
अंधेरे का होना ।
सुंदर रचना
वंदन
सृष्टि का हर सकारात्मक या नकारात्मक भाव दूसरे से जुड़ा हुआ है।
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति सर।
सादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना गुरुवार १६ जनवरी २०२५ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।