मंगलवार, 26 जनवरी 2010

यह राजपथ है

यह राजपथ

प्रगति पथ
उन्नति पथ
स्वाभिमान पथ
आत्मसम्मान पथ


यह राजपथ


विजय पथ
विकास पथ
अखंडता पथ
संप्रभुता पथ

यह राजपथ

आरोह पथ
अविराम पथ
संस्कार पथ
संस्कृति पथ
ज्ञान पथ
विज्ञानं पथ

यह राजपथ

नहीं स्थान यहाँ
जातिगत विद्वेष का
नहीं स्थान यहाँ
धार्मिक अविश्वाश का
यह पथ है
प्राण आहुति विशेष का
यह पथ है
स्वयं के उत्सर्ग का


इस पथ पर चलने का निश्चय करें
गणतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लें

यह राजपथ है
जन जन का पथ !

4 टिप्‍पणियां:

  1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  2. इस पथ पर चलने का निश्चय करें
    गणतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लें
    ......liya sankalp

    जवाब देंहटाएं
  3. कविता के माध्यम से एक सुन्दर सन्देश के लिए ढेरो बधाई रॉय साहब !

    जवाब देंहटाएं
  4. JASHAN-E-AZADI KE BARE MEIN BAHUT HI SUNDER KHYAL HAI. GANTRANTRA KI NAFASAT AUR GAURAV KA BAKHAN KARTI AAPKI KAVITA BAHUT HI KHUBSOORAT HAI AUR DHERON BADHAI KI PATRA HAI. KHAS HAI AAPKA SANDESH JO AAPNE APNE APNO KO DIYA HAI.

    यह पथ है
    स्वयं के उत्सर्ग का... SABSE SUNDER LINES. SWAYAM KO PARIMARJIT KARNE KI PRERNA DETI HUI. LEKHAN MEIN PARIMARJAN KE LIYE BADHAI.

    जवाब देंहटाएं