इनदिनों
हम सब गिने जा रहे हैं
बाइट्स में
पिक्सल में
हमारी पहचान
मापी जा रही है
हमारे चेहरे के रेसोल्यूशन के
जितना अधिक रेसोल्यूशन
उतनी ही स्पष्ट पहचान
चेहरे के ऊपर चढ़ाये हैं कई कई चेहरे
कितनी ही परतों में
जिन्हें गिना जाना संभव नहीं
पिक्सल और बाइट्स की गणना से .
बहुत कठिन है चेहरे पर चढ़े अनेक मुखोटों का...सटीक अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (09-01-2019) को "घूम रहा है चक्र" (चर्चा अंक-3211) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत खूब दादा वाह क्या बात है
जवाब देंहटाएंBakwaas ●◆ bakwaas ◆●
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर
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