सरोकार
शुक्रवार, 16 जून 2017
समझ
समझना
एक कला है
किन्तु
आज इसे
विज्ञान के सिद्धांतों की तरह
कसौटी पर जाता है
कसा।
3 टिप्पणियां:
सुशील कुमार जोशी
शुक्रवार, जून 16, 2017
अच्छा है ।
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Jyoti khare
शनिवार, जून 17, 2017
सच बात है
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दिगम्बर नासवा
सोमवार, जून 19, 2017
बिलकुल ... इस कला कोजान्ने वाले जब की ज्यादा नहीं हैं आज कल ...
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अच्छा है ।
जवाब देंहटाएंसच बात है
जवाब देंहटाएंबिलकुल ... इस कला कोजान्ने वाले जब की ज्यादा नहीं हैं आज कल ...
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