मां को अब
छोड़ देनी चाहिए सबसे अंत में
खाने की आदत
मां को अब
नहीं छिपानी चाहिए अपनी बीमारी
असह्य हो जाने तक
मां को अब
नहीं रोना चाहिए
अकेले में चुपचाप
मां को अब
मनुष्य हो जाना चाहिए
हाड़ मांस वाला मनुष्य
जिसे भूख लगे, चोट लगे, पीड़ा हो, दर्द हो
हे दुनियां भर की माएं
उतर जाओ देवी के सिंहासन से ।
जरूरी है और बदल भी रही हैं मां अब समय के साथ । सटीक।
जवाब देंहटाएंकितनी सहजता से गहरी बात कह दी आप ने सर
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