शनिवार, 7 मई 2022

मां को अब

 मां को अब 

छोड़ देनी चाहिए सबसे अंत में 

खाने की आदत 


मां को  अब 

नहीं छिपानी चाहिए अपनी बीमारी 

असह्य हो जाने तक 


मां को अब 

नहीं रोना चाहिए 

अकेले में चुपचाप 


मां को अब 

मनुष्य हो जाना चाहिए 

हाड़ मांस वाला मनुष्य 

जिसे भूख लगे, चोट लगे, पीड़ा हो, दर्द हो 


हे दुनियां भर की माएं 

उतर जाओ देवी के सिंहासन से । 






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