१.
चाय
अदरक वाली हो
या सौफ वाली
डाली हो उसमे
तुलसी की पत्तियां
खुशबू तो उसमे
होती है
तुम्हारे हाथों की
२.
चाय
सुबह की हो
ढलते शाम की
या फिर हो
देर रात की
समाया होता है
उसमे
तेरा अपनापन
३.
चाय
किचेन में हो
बालकोनी में हो
या हो बेडरूम में
मीठी तो होती है
वह
तुम्हारे एहसास से
गरम चाय की प्याली.... मज़ा आ गया
जवाब देंहटाएंचाय
अदरक वाली हो
या सौफ वाली
डाली हो उसमे
तुलसी की पत्तियां
खुशबू तो उसमे
होती है
तुम्हारे हाथों की
इस गरम चाय की प्याली को देख कर मनो ताजगी छा गई है
जवाब देंहटाएंमुझे तो चाय पीना बेहद पसंद है और भी पीने का मन कर रहा है!
जवाब देंहटाएंसामने चाय का कप है ,,,,
जवाब देंहटाएंउठती सोधी खुसबू,,,,
गमकती अधरंगी चाय,,,
तुम भी हो मगर ,,,,
स्म्रतियो के पल में अहसास बन कर ,,,,
चाय के हर घूंट के साथ उघाड़ता हूँ ,,,,
तुमरे सानिध्य के हर पुराने पल को
खुशबू तो उसमे
जवाब देंहटाएंहोती है
तुम्हारे हाथों की
chai to ek bas ek bahana hai, chahat to bus tumhare sang kuch waqt bitana hai...
waah..........chai ka asli swad to usi mein hai.
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है !!!!!!! चाय बिल्कुल कडक ........
जवाब देंहटाएंचाय .. वाह आपने तो पीने का मज़ा दुगना कर दिया ... बहुत ही लाजवाब ........
जवाब देंहटाएंखुशबू तो उसमे
जवाब देंहटाएंहोती है
तुम्हारे हाथों की
किसी की खुशबू नहीं है जनाब यह तो आपके एहसासों की खुशबू है
बहुत खूब --- बहुत सुन्दर
बुधवार, ५ मई २०१०
जवाब देंहटाएंचाय
१.
चाय
अदरक वाली हो
या सौफ वाली
डाली हो उसमे
तुलसी की पत्तियां
खुशबू तो उसमे
होती है
तुम्हारे हाथों की
२.
चाय
सुबह की हो
ढलते शाम की
या फिर हो
देर रात की
समाया होता है
उसमे
तेरा अपनापन
kya baat hai. garam mausam may apnaiypan ki chai kaa swad ab jaanaa
समाया होता है
जवाब देंहटाएंउसमे
तेरा अपनापन
bahut gahare ahsas hai aapki baton me .
भई चाय तो अच्छी रही मीठी भी बहुत है पर ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है और इस गर्मी में बार बार बनाने वाले के लिए कष्ट दायक भी होता है केवल अपना मज़ा ही देख रहे हो!!!! बहुत स्वार्थी होते जा रहे हो दिन पर दिन !!!!!!!!
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