१
कभी
नंगे पैरों में
लगा कर देखो
लाल मिट्टी
जान पाओगे
तुम
बूट भरे पैरों के नीचे
रौंदी जा रही
इस मिट्टी का
लाल रुदन
२
कभी
नंगे पाँव
पार करके देखो
हमारी कटोरी नदी
इसके कल कल स्वर में
सुनायी देगी
तुम्हे
मिट्टी की
लाल सिसकियाँ
३
कभी
बिना हथियार के
बात करके देखो
हरे पत्तों से
और
पत्तों के पीछे छुपे
कोयलों से
सुन पाओगे
तुम
इस मिट्टी का
सबके लिए
लाल सलाम
सुन पाओगे
जवाब देंहटाएंतुम
इस मिट्टी का
सबके लिए
लाल सलाम
लाल सलाम के स्वर तो हैं पर इसे सुनने वाले कर्ण कहाँ!!
बहुत सुन्दर रचनाएँ
kya baat hai....laal salaam...lekin ye laal itna drawana sa hi kyo hota hai aksar
जवाब देंहटाएंkhoobsurat paigaam
जवाब देंहटाएंlal salam me thori dard najar aa rahi hai......:(
जवाब देंहटाएंbhagwan kare........wo dard khushnuma ahsaas me badal jaye
Lal Salam.......POET!!
umda rachna hai, bhav ki abhivhakti uttam hai...
जवाब देंहटाएंbehad shndaar rachna
जवाब देंहटाएंआप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ, क्षमा चाहूँगा,
जवाब देंहटाएंवाह ......आपके ये हर बार शब्दों के नए प्रयोग एक दिन आपको शिखर तक ले जायेंगे ......!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर.....!!
लाल सलाम वाले को प्यार भरा सलाम,
जवाब देंहटाएंये लाल रंग क्या हमें छोड़ेगा ???? लाल रंग तो प्यार का प्रतीक है पर आपका ये रंग बड़ा हृदयविदारक है. काश ये रंग लाल गुलाल में बदल जाये!!!!!!!!!!!!!!!1
लाल सलाम वाले को प्यार भरा सलाम,
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