1.
कितना कठिन है न
घरों में बंद रहना
जबकि स्त्रियां
कैद हैं घरों में
सीमाओं में
सभ्यताओं की अंधेरी गुफाओं में
न जाने कब से।
2.
जिनके पास
नहीं है अपना घर
जिनके सिर पर नहीं है
अपनी छत
कहां रहेंगे वे बंद
कब सोचा है किसी ने
गंभीरता से !
3.
घरबंदी में
आप ले रहे हैं कई
किस्म की चुनौतियां
विभिन्न मंचों पर
क्या कोई लेगा चुनौती
मिटाने को हर पेट की भूख
देने को हर हाथ को काम !
***
कितना कठिन है न
घरों में बंद रहना
जबकि स्त्रियां
कैद हैं घरों में
सीमाओं में
सभ्यताओं की अंधेरी गुफाओं में
न जाने कब से।
2.
जिनके पास
नहीं है अपना घर
जिनके सिर पर नहीं है
अपनी छत
कहां रहेंगे वे बंद
कब सोचा है किसी ने
गंभीरता से !
3.
घरबंदी में
आप ले रहे हैं कई
किस्म की चुनौतियां
विभिन्न मंचों पर
क्या कोई लेगा चुनौती
मिटाने को हर पेट की भूख
देने को हर हाथ को काम !
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प्रश्न अनगिनत हैं जवाब कहीं भी नहीं हैं। सटीक।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जोशी जी। प्रश्न पूछना निहायत जरूरी है।
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