मैंने कहा
जा रहा हूँ
फिर कभी नहीं दिखाऊँगा
अपना चेहरा तुम्हें,
तुमने कहा - ठीक है !
तुमने कहा
जा रही हूँ
नहीं दिखाऊँगी फिर कभी
अपना चेहरा तुम्हें,
मैंने पकड़ ली कलाई तुम्हारी
और बैठ गया तुम्हारे कदमों में !
बस इतना सा फर्क है
मेरे और तुम्हारे प्रेम में
बाकी सब ठीक है !
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंसच्चा प्रेम रोकता है चाहे रोकने के लिए उसे प्रेमी के कदमों में गिर जाना पड़ा तो भी वह तैयार होता है
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