शुक्रवार, 16 मई 2025

मैं तेरा गीत होना चाहता हूँ

 मैं तेरा गीत होना चाहता हूँ 

मैं तेरा मीत होना चाहता हूँ 





बोलने से तेरे रंग बरसते हैं 

हँसती जो हो तुम  फूल महकते हैं 

तेरी धड़कनों का प्रीत होना चाहता हूँ 

मैं तेरा गीत होना चाहता हूँ 


परछाइयों सा रहूँ संग 

मन में भर विपुल उमंग 

खुद को हार कर तुम्हें जीत बनाना चाहता हूँ 

मैं तेरा गीत होना चाहता हूँ 


बोलता रहूँ मैं सच 

निर्बलों का लूँ मैं पक्ष 

बेआवाजों का संगीत होना चाहता हूँ 

मैं तेरा गीत होना चाहता हूँ 


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