तमाम
उम्र
ताल तलैयों
नदी झरनों
सड़क फेक्टरियों
रिश्तो नातो
से गुजर
खाली हाथ
जो लौटा घर
विज्ञान ने कहा
दूरी (distance)
तो तुमने
बहुत तय कर ली
लेकिन
विस्थापन (displacement)
शून्य है तुम्हारा...
मुझे भी लग रहा
शायद
यही है
जिंदगी
खाली हाथ
कुछ भी नहीं।
बहुत सुंदर कविता।
जवाब देंहटाएंअजी distance displacement ,तो हो गया अब acclerate हो जाओ velocity पकड़ो. उम्मीद का दमन मत छोडो बहुत कुछ मिलेगा जीवन में.वैसे खली हाथ होते हुए भी बहुत कुछ होता है हाथों में
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण रचना!
जवाब देंहटाएंसुंदर .....
जवाब देंहटाएंयही है
जवाब देंहटाएंजिंदगी
खाली हाथ
कुछ भी नहीं।
sach hai
यही है
जवाब देंहटाएंजिंदगी
खाली हाथ
कुछ भी नहीं।
16 ane sach kaha