भिन्न नहीं होती सर्दी की सुबह
सड़क की सफाई करने वालों के लिए
नहीं होती अलग
कूड़ा उठाने वालों के लिए
अखबार वाले लड़के
उठ जाते हैं अल्लसुबह
इन्हें नहीं पता होता
कितना है आज का न्यूनतम तापमान
सर्दी की सुबह अलग नहीं होती
स्त्रियॉं के लिए भी
वे घड़ी से चलती हैं
मौसम के तापमान से निस्पृह
पैरों में उनके बंधी होती है घिरनी
और वे नाचती रहती हैं
मौसम के मिजाज से परे !
सर्दियों का आनंद
लिहाफ की गरमाइश
गुनगुनी धूप में बैठने का रोमांच
कामगारों के हिस्से नहीं आता
स्त्रियॉं के हिस्से नहीं आता !
गुनगुनी धूप में बैठने का रोमांच
जवाब देंहटाएंकामगारों के हिस्से नहीं आता
सुंदर
सादर
मौसम कोई सा भी हो हर दिन हर किसी के लिए दूसरे से भिन्न होती है और किसी किसी के लिए तो बहुत भिन्न।
जवाब देंहटाएंमर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति सर।
सादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना मंगलवार ७ जनवरी २०२५ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
वाह
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति.
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