गुरुवार, 6 फ़रवरी 2025

विश्वास

 1

विश्वास 

एक नाजुक सी डोर है 

तनिक भी ताप 

या नमी से जाती है टूट 

और पता भी नहीं चलता । 


2

विश्वास 

कमाना 

बहुत मुश्किल है 

और खो देना 

बेहद आसान 


दिन को 

दिन कहना 

विश्वास नहीं 

रात को 

दिन कहना 

है विश्वास  ! 

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