राम
जब हुआ था तुम्हारा
राज्याभिषेक
दीप जले थे
अयोध्या में
रामराज्य के स्वागत में
रामराज्य ने
सरयू में
समाधि ले ली
तुम्हारे साथ ही
फिर यह कैसी
दिवाली
क्यों यह
दीपोत्सव
हे राम
तिमिर और भी
गहराता जा रहा है
मन के भीतर हमारे
ज्यो ज्यो
प्रकाशमान हो रहे हैं
उत्सव
लक्ष्य विहीन
वैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
छद्म दीपोत्सव
हे राम
जवाब देंहटाएंतिमिर और भी
गहराता जा रहा है
मन के भीतर हमारे
ज्यो ज्यो
प्रकाशमान हो रहे हैं
उत्सव
बहुत ही प्रेरणादायी सकारात्मक आलोक से दीप्त पंक्तियाँ ...आभार !
आपको सपरिवार प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
हर साल दीप जला हम उस राज्य का आह्वान करते हैं , राम का राज्याभिषेक करते हैं
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा!
जवाब देंहटाएंसुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'
सुन्दर!
जवाब देंहटाएं--
प्रेम से करना "गजानन-लक्ष्मी" आराधना।
आज होनी चाहिए "माँ शारदे" की साधना।।
--
आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!
दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!
धर्म-सापेक्षता और धर्म-निरपेक्षता को सही अर्थों में हम नहीं लेते है, दीवलियाँ छद्म रहेंगी।
जवाब देंहटाएंप्रश्न तो वाजिब है। आपको व आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।।
जवाब देंहटाएंहे राम
जवाब देंहटाएंतिमिर और भी
गहराता जा रहा है
मन के भीतर हमारे
ज्यो ज्यो
प्रकाशमान हो रहे हैं
उत्सव
बहुत ही सटीक शब्दों में सच्चाई बयान कर दी है....
सुन्दर अभिव्यक्ति
लक्ष्य विहीन
जवाब देंहटाएंवैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
छद्म दीपोत्सव...
आपको व आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।।
सच है, समय ने सब कुछ उलट पुलट दिया है
जवाब देंहटाएं...बहुत सुंदर रचना।
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की मंगलकामनाएं।
बहुत कुछ सोंचने को मजबूर करती हुई बेहतरीन कविता.....आप और आपके परिवार के सभी लोंगो को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंअरुण जी कविता अच्छी है, पर इसके भाव से सहमत न होने की गुस्ताख़ी कर सकता हूं। छ्द्म अगर हमने बनाया है तो हम ही इसे रंगीन भी बना सकते हैं....
जवाब देंहटाएंचिरागों से चिरागों में रोशनी भर दो,
हरेक के जीवन में हंसी-ख़ुशी भर दो।
अबके दीवाली पर हो रौशन जहां सारा
प्रेम-सद्भाव से सबकी ज़िन्दगी भर दो
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
सादर,
मनोज कुमार
मतलब हम क्यों किसी राम की प्रतीक्षा करें और उन्हें दोष दें। सब किया धरा तो हमारा ही है।
जवाब देंहटाएंलक्ष्य विहीन
जवाब देंहटाएंवैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
छद्म दीपोत्सव ...
इसलिए राम को दुबारा आना होगा ... अवतार लेना होगा ... बहुत ही कमाल का हो गया है ...
आपको और आपके समस्त परिवार को दीपावली की मंगल कामनाएं ...
आज मै मनोज जी से सहमत हूं कि कब तक हम आस की डोर को थामे रहेंगे कि कोई आयेगा और हमे मुक्त करवायेगा ……………कदम तो हमे स्वंय ही बढाने पडेंगे कारवाँ तो खुद-ब-खुद बनता जायेगा……………वैसे रचना काफ़ी अच्छी बनी है जब इंसान भावुक होता है तो ऐसे ही भाव उपजते हैं और वो उम्मीद का दामन थाम लेता है।
जवाब देंहटाएंदीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।
दीपावली की आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंदीवाली के दिन न इतना अँधेरा करो , इक इक दिल रौशन होगा तो उजियारा होगा ..
जवाब देंहटाएंदीपावली की बहुत बहुत बधाई ..
नीरज गोस्वामी जी ने ईमेल से कहा...
जवाब देंहटाएं"अद्भुत सारगर्भित रचना...बधाई
नीरज "
लक्ष्य विहीन
जवाब देंहटाएंवैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
छद्म दीपोत्सव...
बहुत ही सारगर्भित सटीक प्रस्तुति...
आपस में ही भाईचारा ना हो तो यही हाल होगा.
जवाब देंहटाएंसुंदर सटीक अभिव्यक्ति.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंलक्ष्य विहीन
जवाब देंहटाएंवैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
दीपावली की बहुत बहुत बधाई
अभूतपूर्व रचना...बधाई
जवाब देंहटाएंनीरज
तिमिर और भी
जवाब देंहटाएंगहराता जा रहा है
मन के भीतर हमारे
ज्यो ज्यो
प्रकाशमान हो रहे हैं
उत्सव
कितना सही और प्रासंगिक विचार ...... बहुत सुंदर ....
दिवाली हार्दिक शुभकामनाये....
अरुण जी! कब तक हम इंतज़ार करते रहेंगे कि कोई राम, कोई गाँधी आएगा हमारे जीवन के तिमिर वन में प्रकाशपुंज बनकर… कब तक दोषारोपण करते रहेंगे हम कि अंधकार है.. कब तक रोना पीटना अंधेरे का... अपना दीपक स्वयम बनो.. अप्प दीपो भव!!
जवाब देंहटाएंहे राम
जवाब देंहटाएंतिमिर और भी
गहराता जा रहा है
मन के भीतर हमारे
ज्यो ज्यो
प्रकाशमान हो रहे हैं
उत्सव
लक्ष्य विहीन
वैभव विहीन
अयोध्या यह देश
कहो ना
कब तक मनायेगा
छद्म दीपोत्सव।
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति। आभार।
आज दीपावली है। प्रकाश पर्व। अज्ञान के अंधकार को हरने, उसे ज्ञान से प्रकाशित करने तथा रिद्धि -सिद्धि, सुख, सम्पत्ति से जीवन को आप्लावित करने की कामना का त्यौहार।
ईश्वर से कामना है कि यह दीपोत्सव आपके जीवन में सभी मनोकामनाएं पूर्ण करे।
लाजवाब अभिव्यक्ति !!!
जवाब देंहटाएंwish u a happy diwali and happy new year
जवाब देंहटाएंदीपावली का त्यौहार आप, सभी मित्र जनो को परिवार को एवम् मित्रो को
जवाब देंहटाएंसुख,खुशी,सफलता एवम स्वस्थता का योग प्रदान करे - इसी शुभकामनओ के
साथ हार्दिक बधाई। - आशू एवम परिवार
(¨`·.·´¨) Always
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