आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (08-09-2021) को चर्चा मंच "भौंहें वक्र-कमान न कर" (चर्चा अंक-4181) पर भी होगी!--सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।-- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (08-09-2021) को चर्चा मंच "भौंहें वक्र-कमान न कर" (चर्चा अंक-4181) पर भी होगी!--सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।--
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
गिरगिट के रंग से अच्छा कोई रंग नहीं होता :)
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
अच्छी रचना है।
जवाब देंहटाएंकिसी और के रंग में
जवाब देंहटाएंरंगने के लिए
जरूरी होता है
अपने रंग को छोड़ना ।
यही तो प्रेम की पराकाष्ठा है -
kabirakhadabazarmein.blogspot.com
यदि होता
जवाब देंहटाएंपानी का कोई अपना रंग
रंग गई होती दुनियाँ की हर चीज़
उसी रंग में ।
क्या बात है …!