aanand aa gayaa. achhi saras aur salil rachana
sumadhur..bahut khubsurat
Bahut,bahut sundar,saral,saadgee poorn rachnayen!
आदरणीय अरुणजीनमस्कार !बहुत भावपूर्ण लघु प्रेम कविताएं लिखी हैं , बधाई !सुंदर… सरल… सह्ज… आपके अंदर सच में उच्च कोटि का रचनाकार छुपा है ।शस्वरं पर आपका हार्दिक स्वागत है , आप मेरी मित्र मंडली में भी हैं , आभारी हूं । समय समय पर आते रहिए…सम्हालते रहिए…शुभकामनाओं सहित- राजेन्द्र स्वर्णकार शस्वरं
बहुत सुन्दर भावों से सजी सुन्दर रचनाएँ..
कम शब्द, भावना का पूर्ण प्रवाह ।
सार्थक प्रयोग सुन्दर अभिव्यक्ति
सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत आभार.अरुणजी
सोचने को मजबूर करती है आपकी यह रचना ! सादर !
prem me saravor rachnaye
मौसम का असर कविता में दिख रहा है. अच्छा है प्यार जाताना और उसका तरीका दोनों. मधुरता बनाये रखें
आँगन में जैसे तुलसीमेरे मन में तुम हो बसी waah
aanand aa gayaa. achhi saras aur salil rachana
जवाब देंहटाएंsumadhur..bahut khubsurat
जवाब देंहटाएंBahut,bahut sundar,saral,saadgee poorn rachnayen!
जवाब देंहटाएंआदरणीय अरुणजी
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
बहुत भावपूर्ण लघु प्रेम कविताएं लिखी हैं , बधाई !
सुंदर… सरल… सह्ज…
आपके अंदर सच में उच्च कोटि का रचनाकार छुपा है ।
शस्वरं पर आपका हार्दिक स्वागत है , आप मेरी मित्र मंडली में भी हैं , आभारी हूं ।
समय समय पर आते रहिए…
सम्हालते रहिए…
शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
बहुत सुन्दर भावों से सजी सुन्दर रचनाएँ..
जवाब देंहटाएंकम शब्द, भावना का पूर्ण प्रवाह ।
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रयोग
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति
सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत आभार.
जवाब देंहटाएंअरुणजी
सोचने को मजबूर करती है आपकी यह रचना ! सादर !
जवाब देंहटाएंprem me saravor rachnaye
जवाब देंहटाएंमौसम का असर कविता में दिख रहा है. अच्छा है प्यार जाताना और उसका तरीका दोनों. मधुरता बनाये रखें
जवाब देंहटाएंआँगन में
जवाब देंहटाएंजैसे तुलसी
मेरे मन में
तुम हो बसी
waah