gahre aparoksh vichaar hain, bahut khoob
Achhi kavita.badhai!
bahut umda, mann ko andolit kar deti hai apki rachnaye...
सदैवझेलता हुआतिरस्कारअवहेलना Gahre Vichaar Hain,
बहुत बढिया आभारआपकी चर्चा यहां भी है
हम्म ..विचारणीय ...पैरों में ही रहे जूता तभी तक ठीक है
gahre aparoksh vichaar hain, bahut khoob
जवाब देंहटाएंAchhi kavita.
जवाब देंहटाएंbadhai!
bahut umda, mann ko andolit kar deti hai apki rachnaye...
जवाब देंहटाएंसदैव
जवाब देंहटाएंझेलता हुआ
तिरस्कार
अवहेलना
Gahre Vichaar Hain,
बहुत बढिया
जवाब देंहटाएंआभार
आपकी चर्चा यहां भी है
हम्म ..विचारणीय ...पैरों में ही रहे जूता तभी तक ठीक है
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